2 वर्षो में ग्रेटर नोएडा में बदलाव की नई लहर : फुट ओवर ब्रिज बने सुरक्षा और सुगमता का प्रतीक, स्थानीय नागरिकों के लिए बड़ा वरदान

रुपिका भटनागर
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रुपिका भटनागर । उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में ग्रेटर नोएडा एक तेजी से विकसित हो रहा शहर है, जो बीते 2 वर्षों में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का साक्षी रहा है। इसके ग्रेटर नोएडा वेस्ट क्षेत्र बने फुट ओवर ब्रिज स्थानीय नागरिकों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। यह ब्रिज मुख्य रूप से व्यस्त सड़कों पर निर्मित किए गए हैं, जहां सुरक्षित रूप से पैदल चलने वालों को आने-जाने की सुविधा मिलती है।

अब तक एक मूर्ति चौराहे, यथार्थ अस्पताल और ईको विलेज के अतिरिक्त किसान चौक पर फुटओवर ब्रिज बन कर तैयार हो चुके है, जबकि ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर-कासना रोड पर कैलाश अस्पताल के सामने, गामा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण जारी है। इन फुट ओवर ब्रिज की संख्या शहर में बढ़ती जा रही है। हाल ही में प्राधिकरण ने गौड़ सिटी व इटैड़ा गोलचक्कर के पास फुटओवर ब्रिज (एफओबी) बनाने की अनुमति दे दी है।

इसके साथ ही, ग्रेटर नोएडा में प्रमुख सड़कों पर यातायात की भीड़ को कम करने के लिए अन्य उपाय किए जा रहे हैं जिसमे नए यु टर्न का निर्माण शामिल है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ये ब्रिज न केवल उनकी सुरक्षा को बढ़ाते हैं, बल्कि यातायात में भी सुधार लाते हैं।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक व्यापक योजना बनाई है, जिसमें न केवल फुट ओवर ब्रिज का निर्माण शामिल है, बल्कि शहर की अन्य बुनियादी सुविधाओं में भी सुधार किया जा रहा है। प्राधिकरण के सीईओ रवि एन जी ने कहा, “हम नगर के विकास के साथ साथ सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। फुट ओवर ब्रिज के साथ-साथ हम शहर की सफाई, इन्फ्रास्ट्रक्चर और यातायात प्रबंधन पर भी ध्यान दे रहे हैं।”

“हमारा मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा और उनकी यात्रा को सुगम बनाना है। पिछले दो वर्षों से, हम ग्रेटर नोएडा के विकास के लिए प्रयासरत हैं, बेहतर सड़के, सुरक्षित युटर्न, सुविधाजनक फुट ओवर ब्रिज इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

रवि एन जी – सीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

बीओटी (बिल्ट, ऑपरेट, ट्रांसफर) का मतलब है कि एक निजी कंपनी एक परियोजना का निर्माण करती है, उसे कुछ समय के लिए संचालित करती है, और फिर उसे सरकार को हस्तांतरित कर देती है। इसी मॉडल पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बने 4 फुट ओवर ब्रिज का निर्माण बालाजी एडवरटाइजिंग ने किया है, संस्था इन्हें 20 वर्षो तक संचालित करेगी I संस्था के निदेशक संजय अदलखा ने बताया कि हमें खुशी है कि हमारे बनाये फुट ओवर ब्रिज से जनता लाभान्वित हो रही है I संस्था इन फुट ओवर ब्रिज के द्वारा जनता के प्रति अपने कर्तव्यो का निर्वहन कर रही है और प्राधिकरण की पालिसी के अनुसार विज्ञापन के जरिये संस्था इसका सफल सञ्चालन करती है I

नागरिकों की राय

स्थानीय निवासी दिनकर पांडे ने कहा, “फुट ओवर ब्रिज के चलते हमें सड़कों को पार करते समय अब डर नहीं लगता। पहले हमें हमेशा चिंता होती थी कि कहीं कोई वाहन हमें टक्कर न मार दे। अब यह समस्या खत्म हो गई है।”

वहीं एक मूर्ति चौक पर भोजन के आकांक्षी व्यक्तियों को प्रतिदिन निशुल्क भोजन करने वाले एक अन्य समाजसेवी, रवि भदोरिया ने बताया, “इन ब्रिजों ने स्थानीय लोगो के जीवन को आसान बना दिया है। हमने देखा है कि बच्चे और बुजुर्ग अब बिना किसी डर के सड़क पार कर सकते हैं। यह एक सकारात्मक परिवर्तन है।”

ऐसे में देखा जाए तो ग्रेटर नोएडा में वर्तमान सीईओ रवि एनजी के सकारात्मक प्रयासों का परिणाम सुखद दिखाई दे रहा है, पिछले दो वर्षों में हुए विकासात्मक परिवर्तनों ने स्थानीय नागरिकों के जीवन में एक नई सुबह ला दी है। नए फुट ओवर ब्रिज न केवल उनकी यात्रा को सुगम बना रहे हैं, बल्कि सुरक्षा को भी बढ़ा रहे हैं। यह स्पष्ट है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की योजनाएं और प्रयास स्थानीय समुदाय के लिए लाभदायक साबित हो रहे हैं। भविष्य में भी इसी प्रकार के विकास कार्य होते रहेंगे, जिससे ग्रेटर नोएडा एक सुरक्षित और समृद्ध शहर बन सकेगा।

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रुपिका भटनागर प्रोफेशन से फैशन डिज़ाइनर है, लोगो से मिलना उनके बारे लिखने के शौक के चलते इन दिनों एनसीआर खबर के पेज3 सेक्शन के साथ कंटेंट प्रोड्यूसर के रूप में कार्यरत हैं। यहाँ पर वो समाजसेवी, बिजनेस, पेज3 सेलिब्रिटी पर जीवन वृतांत, संस्मरण और फैशन से जुड़े विषयो पर लिखती है ।
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