भारतीय टेक्नोलॉजी कंपनी जोहो का नया इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप ‘अरट्टई’ एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। हाल ही में, इस ऐप के डाउनलोड्स की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी गई है। कुछ समय पहले तक प्ले स्टोर पर केवल 5 लाख डाउनलोड्स वाले इस ऐप ने अब 1 करोड़ से अधिक डाउनलोड्स का आकड़ा पार कर लिया है। उपयोगकर्ता इसे वॉट्सऐप के प्रभावी विकल्प के रूप में देख रहे हैं। आपका प्रिय न्यूज़ पोर्टल एनसीआर खबर भी अब ‘अरट्टई’ पर उपलब्ध है I इसे इस लिंक पर जाकर फालो किया जा सकता है https://aratt.ai/@ncrkhabar
‘अरट्टई’ ऐप, जो कि एक स्वदेशी उत्पाद है, ने भारतीय बाजार में अपनी पहचान बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। हालांकि, ऐप के नाम को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं उभरकर आई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि ‘अरट्टई’ नाम, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इसके चलते कई यूजर्स ने ऐप के नाम को बदलने की सलाह भी दी है।
नाम का अर्थ और सोशल मीडिया पर चर्चा
जोहो के फाउंडर श्रीधर वेम्बु ने हाल ही में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से इस नाम के पीछे का मतलब स्पष्ट किया है। वेम्बु ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में ‘अरट्टई’ के अर्थ को समझाते हुए एक इमेज शेयर की। उनकी पोस्ट में उल्लेख किया गया है कि हिंदी में ‘अरट्टई’ को ‘गपशप’ कहा जाता है, जो कि आम बातचीत का संकेत है।
उपयोगकर्ताओं का मानना है कि यदि ऐप को अधिक प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया जाए, तो इसका नाम भी अधिक लोकप्रियता हासिल कर सकता है। सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने इस नाम के सकारात्मक पहलुओं के बारे में भी बात की है और कहा कि समय के साथ लोग इस नाम के आदी हो जाएंगे।
तकनीकी अपडेट्स और उपयोगकर्ता की प्रतिक्रिया
श्रीधर वेम्बु ने अपने पोस्ट में यह भी बताया कि ऐप में जल्द ही कुछ महत्वपूर्ण तकनीकी अपडेट आने वाले हैं, जो इसे और अधिक उपयोग में आसान और सुविधाजनक बनाएंगे। एक यूजर ने यह सुझाव दिया कि यदि आवश्यक अपडेट किए जाएं, तो ‘अरट्टई’ ऐप उपयोगकर्ताओं के लिए और भी बेहतर बन सकता है।
इसके जवाब में श्रीधर वेम्बु ने आश्वासन दिया कि कंपनी नए अपडेट्स पर काम कर रही है, जो कि उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा, “हम उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रियाओं को ध्यान में रखते हुए लगातार ऐप में सुधार कर रहे हैं।”