स्वदेशी जागरण मंच और स्वावलंबी भारत अभियान के तत्वावधान में निकाली जा रही स्वदेशी संकल्प यात्रा सोमवार को गौतमबुद्ध नगर पहुंची। यात्रा की शुरुआत ग्रेटर नोएडा के इंद्रप्रस्थ लॉ कॉलेज में विद्यार्थियों के साथ संवाद सत्र के आयोजन से हुई। इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत सह संयोजक प्रशांत महर्षि ने “स्व” के जागरण की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रांत सह संयोजक प्रशांत महर्षि ने बताया, “विदेशी कंपनियों ने भारतीय बाजार को जिस तरह से जकड़ लिया है, उसी प्रकार जनमानस पर विदेशी प्रभाव भी बढ़ रहा है। इस मुक्ति के लिए हमें प्रयास करने होंगे।” उन्होंने कहा कि स्वदेशी जागरण केवल एक विचार नहीं, बल्कि यह राष्ट्रभक्ति की अभिव्यक्ति है।
यात्रा का स्वागत और समर्थन
यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं ने “विदेशी कंपनियां भारत छोड़ो” का आह्वान किया। नोएडा सेक्टर 12 में भाऊ राव देवरस सरस्वती विद्या मंदिर पर यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान के ट्रस्टी आर के गर्ग, अध्यक्ष लवकेश गोयल, उपाध्यक्ष रोहतास गोयल तथा अन्य सदस्यों ने स्वदेशी संकल्प यात्रा को पटके पहनाकर समर्थन दिया।
हरौला बाजार में व्यापारी समुदाय के सदस्यों ने स्वदेशी और स्वावलंबन के नारे लगाते हुए यात्रा मार्ग में विभिन्न संगठनों की ओर से देशी-विदेशी कंपनियों की सूची वाले पत्रक वितरित किए।
स्वदेशी का महत्व
यात्रा का समापन हरौला क्षेत्र के प्रमुख व्यवसायी डी पी गोयल के प्रतिष्ठान पर हुआ। यहां प्रशांत महर्षि ने उपस्थित सभी लोगों से स्वदेशी संकल्प दिलवाया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी और भाजपा नेता गिरीश कोटनाला ने कहा, “स्वदेशी ही आत्मनिर्भरता का आधार है। अगर हमें देश के रोजगार और व्यापार को बचाना है, तो स्वदेशी ही एकमात्र रास्ता है।”
जिला संयोजक डॉ. शशांक शर्मा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “स्वदेशी से हमें आत्मबल मिलता है। हमें स्थानीय बाजारों से खरीदारी करनी चाहिए ताकि हमें अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का अवसर मिले। स्वदेशी हमारा प्राण है। यदि हम अपने दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें, तो भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने से कोई रोक नहीं सकता।”
यात्रा का कार्यक्रम
स्वदेशी संकल्प यात्रा रामपुर से प्रारंभ होकर मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और शामली होते हुए 17 अक्टूबर को सहारनपुर में समाप्त होगी।
इस यात्रा में शामिल प्रमुख लोगों में गिरीश कोटनाला, प्रशांत महर्षि, आर के गर्ग, डीपी गोयल, डॉ. शशांक शर्मा, डॉ. जीत सिंह, डॉ. सतीश कुमार, मनोज शर्मा, और अन्य स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित रहे।