नोएडा अपेरल पार्क के चैयरमैन ललित ठकराल का 68वां जन्मदिन : परिधान उद्योग में बदलाव और कैंसर जागरूकता को लेकर वचनबद्ध व्यक्तित्व

रुपिका भटनागर
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रुपिका भटनागर। नोएडा अपेरल पार्क के चैयरमैन ललित ठकराल, जिनकाआज 68 वां जन्मदिन है, ने अपने जीवन और करियर में कई ऐसे महत्वपूर्ण मील के पत्थरों को पार किया है, जो न केवल नोएडा बल्कि समूचे भारत के परिधान निर्यात उद्योग के लिए प्रेरणा बने हैं। ठकराल का नाम उस प्रयास के साथ जुड़ा है, जिससे नोएडा को ‘सिटी ऑफ अपेरल’ के रूप में स्थापित किया गया है। उनके कठिन परिश्रम के कारण यूपी सरकार ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पहला अपेरल क्लस्टर बनाने की परियोजना को मंजूरी दी, जिससे नोएडा के विकास को एक नया आयाम मिला है।

ठकराल ने अपने जन्मदिन पर इस अवसर पर एनसीआर खबर पेज 3 से बात करते हुए कहा, “नोएडा अपैरल पार्क का उद्देश्य एक विश्वस्तरीय सुविधा का निर्माण करना है, जो परिधान निर्यात क्षेत्र में विकास, नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा दे सके।” उन्होंने कहा कि यह पार्क कोविड-19 महामारी के बाद के परिधान विनिर्माण उद्योग के लिए एक बड़ा परिवर्तनकारी कदम साबित होगा। उनके अनुसार, नोएडा लंबे समय से परिधान निर्माण का केंद्र रहा है और यह नया पार्क इस स्थिति को और मजबूत करेगा।

व्यापारिक एवं प्रयोगात्मक दृष्टिकोण

ललित ठकराल ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में नोएडा में लगभग 4,000 रेडीमेड गारमेंट बनाने वाली इकाइयाँ हैं, जो लगभग 40,000 करोड़ रुपये का निवेश करती हैं। उनका लक्ष्य अगले तीन वर्षों में निर्यात को 60,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाना है और यह पार्क इस लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ठकराल ने भारत में परिधान निर्यात को बढ़ाने के लिए एक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमें भारत में भी ऐसा ही एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की ज़रूरत है और नोएडा अपैरल पार्क इसका समाधान है।”

पार्क में निम्नलिखित सुविधाएं होंगी:

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  •  पार्क के भीतर विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने वाली 45 मीटर चौड़ी आंतरिक सड़कें , सुचारू संचालन सुनिश्चित करती हैं।
  • विभिन्न कंपनियों के लिए शोरूम  , व्यवसाय-से-व्यवसाय (बी2बी) और व्यवसाय-से-उपभोक्ता (बी2सी) दोनों प्रकार के संपर्कों के अवसर पैदा करना।
  • कच्चे माल के लिए सोर्सिंग केन्द्र  , निर्माताओं के लिए आसान पहुंच प्रदान करना।
  • परीक्षण प्रयोगशालाएं ,  डिजाइन स्टूडियो ,  नमूना घर , उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी सहायता।
  •  कार्यबल क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कौशल विकास केंद्र ।
  • रंगाई और छपाई इकाइयाँ  जो विशेष परिधान परिष्करण की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेंगी।
  • शून्य  तरल निर्वहन (जेडएलडी) अपशिष्ट उपचार संयंत्र , संचालन में स्थिरता पर जोर देता है।

इसके अलावा, ठुकराल ने बताया कि पार्क के आसपास के क्षेत्र को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा और वहाँ तक जाने वाली सड़कों के किनारे फलों के पेड़ लगाए जाएँगे। उन्होंने आगे कहा, “इससे परिसर में आशावाद का माहौल बनेगा और कर्मचारी भी ऐसे माहौल में काम करने के लिए प्रेरित होंगे।”

 “नोएडा हवाई अड्डा और परिधान पार्क एक-दूसरे के बहुत करीब हैं और हम एक पांच सितारा होटल बनाने पर विचार कर रहे हैं, इसलिए खरीदार उतरते ही कारखानों का दौरा कर सकेंगे और इससे व्यापार में आसानी होगी।
मैंने सरकार से सबसे पहले यही चाहा है कि वह श्रमिकों के लिए रहने की व्यवस्था करे, जैसे कि अलग-अलग शैली के आवास या स्थायी फ्लैट। कोविड महामारी के दौरान, जब कई कामगार चले गए, तो कई चुनौतियाँ पैदा हो गईं। हालाँकि सरकार ने हमारा साथ दिया, फिर भी हमें मुद्दों का सामना करना पड़ा। इसलिए, श्रमिकों के लिए स्थायी निवास की व्यवस्था करना ज़रूरी होगा”

ललित ठकराल, चेयरमैन – नोएडा अपेरल पार्क

सामाजिक दृष्टिकोण : कैंसर जागरूकता की ओर एक नया कदम

कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से अपने प्रियजनों को खोने का दर्द ने उधोगपति ललित ठकराल का दृष्टिकोण सामाजिक कर दिया। कैंसर से अपनी भतीजी को खो देने के बाद, ठकराल ने एक संकल्प लिया ताकि वह दूसरों को इस बीमारी के प्रति जागरूक कर सकें। उन्होंने नोएडा के मजदूरों के लिए एक ऐतिहासिक कैंसर जांच अभियान चलाने का निर्णय लिया, जिससे समय पर कैंसर का पता लगाकर लाखों जानें बचाई जा सकें।

उन्होंने अमेरिका से लौटने के बाद यह बड़ा फैसला लिया और नोएडा में एक्सपोर्ट कंपनियों के लिए करीब 10 लाख मजदूरों के लिए निशुल्क कैंसर जांच शिविर आयोजित करने का फैसला किया। ठकराल का मानना है कि समय पर कैंसर का पता लगने से 80% मरीज़ों का इलाज संभव है।

सरकारी सहयोग और अभियान की दिशा

ललित ठकराल ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस महाअभियान के लिए सहयोग की याचना की, जिसे सीएम ने सराहा और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उनकी योजना के तहत, यदि किसी मजदूर को कैंसर की बीमारी का पता चलता है, तो उसका इलाज मुफ्त होगा और उसकी सैलरी भी जारी रहेगी, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति प्रभावित न हो।

ठकराल ने कहा, “लोग कैंसर चेकअप नहीं कराते, क्योंकि इलाज के खर्च का डर होता है। मैंने इस सोच को बदलने के लिए यह अभियान शुरू किया है।” उनके इस अभियान का मुख्य उद्देश्य केवल बीमारी का पता लगाना ही नहीं, बल्कि लोगों के बीच इस बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है।

ललित ठकराल का 68वां जन्मदिन न केवल उनके निजी जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक ऐसे मिशन को भी दर्शाता है, जो परिधान उद्योग में न केवल नवाचार बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में भी एक बड़ा बदलाव लाने का प्रयास कर रहा है। उनका समर्पण और प्रयास यह दर्शाता है कि कैसे एक व्यक्ति का योगदान संपूर्ण समाज में परिवर्तन ला सकता है।

ललित ठकराल अपनी विविधता में, एक प्रेरणादायक एवं वचनबद्ध व्यक्तित्व है, जो न केवल उद्योग के विकास के लिए तत्पर है, बल्कि सामाजिक स्वास्थ्य सुधार के क्षेत्र में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उनकी यह पहल निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में न केवल नोएडा बल्कि सम्पूर्ण भारत में एक नया स्वास्थ्य माहौल तैयार करेगी।

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रुपिका भटनागर प्रोफेशन से फैशन डिज़ाइनर है, लोगो से मिलना उनके बारे लिखने के शौक के चलते इन दिनों एनसीआर खबर के पेज3 सेक्शन के साथ कंटेंट प्रोड्यूसर के रूप में कार्यरत हैं। यहाँ पर वो समाजसेवी, बिजनेस, पेज3 सेलिब्रिटी पर जीवन वृतांत, संस्मरण और फैशन से जुड़े विषयो पर लिखती है ।
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