ग्रेटर नोएडा। दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में स्थित देश की विख्यात मैनेजमेंट संस्थान जीआईएमएस GIMS ( GNIOT Institute of Management Students) ने आज यूनाइटेड किंगडम स्थित ऐबी गेट कॉलेज (Abbey Gate College) के विद्यार्थियों के समूह को शैक्षणिक भ्रमण पर भारत आमंत्रित कर बुलाया तथा अपने संस्थान का भ्रमण कराया I इस दौरे के दौरान विदेशी समूह ने संस्थान के हर विभाग के साथ अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं संस्थान के सदस्यों से रूबरु हुए और भारत के इतिहास को भी जाना। इस दौरान समस्त विदेशी छात्र काफी खुश नजर आए। कार्यक्रम में जीआईएमएस संस्थान के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने इस आयोजन की सफलता पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के शैक्षिक संवाद दोनों संस्थानों के बीच सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करेंगे।
यह आयोजन ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा, जिसमें दोनों संस्थानों के प्रतिनिधियों ने परस्पर संवाद के माध्यम से शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की। बड़ी संख्या में विदेशी विद्यार्थियों के समूह का उनके शिक्षकों के साथ अपने संस्थान में देखकर काफी गर्व महसूस हो रहा था, आगे भी संस्थान परिसर में इस तरह के विदेशी विद्यार्थियों का भ्रमण लगातार आयोजित किया जाएगा।
स्वदेश कुमार सिंह, सीईओ- जीआईएमएस
संस्थान के सदस्यों द्वारा सर्वप्रथम विदेशी संस्थान के परास्नातक प्रबंधन विषय के छात्रों के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस विशेष अवसर पर आयोजित सत्र में जीएनआईओटी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के निदेशक डॉ. भूपेंद्र कुमार सोम ने भारत की समृद्ध विरासत और इसकी विकास यात्रा पर एक प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने भारत की ऐतिहासिक धरोहर, सांस्कृतिक विविधता और आर्थिक उन्नति पर विस्तार से प्रकाश डाला।
आज के इस कार्यक्रम की शुरुआत जीआईएमएस संस्थान की कार्यकारी निदेशक डॉ. रुचि रायत के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने अतिथियों का अभिनंदन करते हुए इस शैक्षणिक आदान-प्रदान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने भारतीय संस्थान जीआईएमएस और यूनाइटेड किंगडम के अभेय गेट कॉलेज के बीच शैक्षिक सहयोग को और प्रगाढ़ बनाने की इच्छा व्यक्त की।
कार्यक्रम के अंत में संस्था की ओर से अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध समन्वयक प्रोफेसर चारुल शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और अतिथियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने दोनों संस्थानों के बीच आपसी सहयोग और संवाद को आगे बढ़ाने की उम्मीद जताई।