हरिद्वार I ज्योतिष शास्त्र के ख्याति अर्जित विद्वान एवं देशभर में गौसेवा करने और गौशाला निर्माण की मुहिम चलाने वाले संत गुरु जी गौतम ऋषि (Guruji Gautam Rishi) देशभर में घूम- घूमकर सनातनियों को जागृत कर रहे हैं। उन्हें अपने विरासत, धरोहर और सनातन संस्कृति पर गर्व करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसी कड़ी में गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के पवित्र अवसर पर गुरुजी गौतम ऋषि देवभूमि हरिद्वार (Haridwar) पधारे। गुरुजी का देवभूमि में अवस्थित “अटल अखाड़ा” (Atal Akhara) में भव्य स्वागत हुआ और साथ ही उन्होंने सनातन संस्कृति को लेकर संतों के बीच सकारत्मक चर्चाएं की।
गणेश चतुर्थी के पवित्र अवसर पर गंगा स्नान का विशेष महत्व
“अटल अखाड़ा” के महंत ने गुरू जी गौतम ऋषि का भव्य स्वागत किया और साथ ही संत समागम में उनके पधारने पर प्रसन्नता व्यक्त की। संतों से चर्चा करने के उपरांत गुरु जी गौतम ऋषि ने गंगा दर्शन एवं पूजा अर्चना की। गंगा आरती में भाग लिया, और मां गंगा से जगतकल्याण की प्रार्थना की। गंगा स्नान के उपरांत गुरु जी गौतम ऋषि ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज गणेश चतुर्थी है और आज के दिन गंगा स्नान एवं दर्शन का विशेष महत्व है। साथ ही उन्होंने सभी सनातनियों को यह संदेश दिया कि हमारे धर्म ग्रंथों में उल्लेखित दिवस पर निश्चित रूप से सभी देशवासियों को पूजा अर्चना करनी चाहिए और साथ ही अपनी परंपरा पर गर्व करना चाहिए। गुरु जी ने बातचीत में बताया कि विश्व में सबसे अधिक वैज्ञानिक एवं तर्कसंगत परंपरा सनातनीय परंपरा है और हम सभी इसके हिस्सा हैं इसका हमें गर्व है।
कौन हैं गुरु जी गौतम ऋषि
गुरुजी गौतम ऋषि देश के प्रतिष्ठित ज्योतिषाचार्य (Astrologer) हैं। ज्योतिष शास्त्र में इनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय एवं सराहनीय कार्यों के लिए ये उत्तर प्रदेश रत्न सम्मान सहित कई अन्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत हो चुके हैं। साथ ही ये “अखिल भारतीय गुरुकुल एवं गौशाला अनुसंधान संस्थान” के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। इस संस्था के अंतर्गत देशभर में कई गौशालाएं संचालित की जा रही है और साथ ही सनातन धर्मावलंबियों को गौसेवा करने के लिए गुरु जी प्रेरित कर रहे हैं।।