भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने देश के करोड़ों आधार कार्ड धारकों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण और सुविधाजनक निर्णय लिया है। उन नागरिकों के लिए जिनके आधार कार्ड 10 साल या उससे अधिक पुराने हो चुके हैं और उनमें कोई जानकारी अपडेट नहीं की गई है, UIDAI ने मुफ्त ऑनलाइन दस्तावेज़ अपडेट (Proof of Identity और Proof of Address) की सुविधा को एक बार फिर बढ़ा दिया है। अब यह सुविधा 14 जून 2026 तक उपलब्ध रहेगी, जिससे नागरिकों को अपनी डिजिटल पहचान को अद्यतन करने के लिए पर्याप्त समय मिल गया है। यह कदम ‘डिजिटल इंडिया’ की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य आधार डेटाबेस की सटीकता और प्रामाणिकता को बनाए रखना है।
आधार: डिजिटल भारत की जीवनरेखा
आज के डिजिटल युग में, आधार कार्ड केवल एक पहचान पत्र नहीं रह गया है; यह भारत के प्रत्येक नागरिक की डिजिटल पहचान की रीढ़ बन चुका है। सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से लेकर बैंक खाता खोलने, आयकर रिटर्न भरने, मोबाइल कनेक्शन लेने, स्कूल में बच्चों के प्रवेश और यहां तक कि यात्रा के लिए पहचान साबित करने तक, हर जगह आधार की अनिवार्यता स्पष्ट है। ऐसे में, यदि आपके आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि या अन्य कोई जनसांख्यिकीय (demographic) जानकारी गलत है, या बहुत पुरानी हो चुकी है और मौजूदा स्थिति से मेल नहीं खाती, तो उसे अपडेट करना न केवल सुविधा के लिए, बल्कि विभिन्न सेवाओं में बाधा से बचने और अपनी डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी बेहद आवश्यक हो जाता है।
क्यों ज़रूरी है आधार को अपडेट रखना?
UIDAI का यह निर्णय सिर्फ एक समय-सीमा का विस्तार नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है जिसका उद्देश्य देश के केंद्रीय पहचान डेटाबेस की अखंडता और विश्वसनीयता को बनाए रखना है। 10 साल से अधिक पुराने आधार कार्ड में अपडेट की आवश्यकता को कई प्रमुख कारणों से समझा जा सकता है:
- डेटा सटीकता और प्रामाणिकता: समय के साथ व्यक्तियों के पते, नाम (विवाह के बाद), या यहां तक कि मोबाइल नंबर जैसी जनसांख्यिकीय जानकारी में बदलाव आते रहते हैं। यदि ये बदलाव आधार डेटाबेस में दर्ज नहीं होते, तो आधार की प्रामाणिकता पर सवाल उठ सकता है। सटीक डेटा विभिन्न सरकारी सेवाओं के वितरण में सहायक होता है।
- सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का सुचारु लाभ: भारत सरकार की अधिकांश कल्याणकारी योजनाओं, जैसे कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना या सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) से जुड़ी सब्सिडी, का लाभ सीधे आधार से जुड़े बैंक खातों में हस्तांतरित किया जाता है। यदि आधार की जानकारी मौजूदा विवरणों से मेल नहीं खाती, तो लाभार्थियों को लाभ प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
- वित्तीय सेवाओं में KYC का अनुपालन: बैंक, बीमा कंपनियां और अन्य वित्तीय संस्थान Know Your Customer (KYC) प्रक्रिया के लिए आधार का उपयोग करते हैं। अद्यतन जानकारी KYC अनुपालन को सरल बनाती है और धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों को रोकने में मदद करती है।
- साइबर सुरक्षा और धोखाधड़ी से बचाव: पुरानी या गलत जानकारी वाले आधार कार्डों का दुरुपयोग होने का खतरा अधिक होता है। नियमित अपडेट यह सुनिश्चित करता है कि आपकी पहचान सुरक्षित रहे और कोई अनधिकृत व्यक्ति आपकी जानकारी का लाभ न उठा सके। यह डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में विश्वास और सुरक्षा को बढ़ाता है।
- डिजिटल पहचान का सशक्तिकरण: एक अद्यतन आधार एक सशक्त डिजिटल पहचान का प्रतीक है, जो नागरिक को विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं और सुविधाओं का निर्बाध रूप से उपयोग करने में सक्षम बनाता है। यह ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मुफ्त आधार अपडेट: कब तक और कैसे?
UIDAI ने आधार में डेमोग्राफिक डिटेल्स जैसे नाम, पता, जन्मतिथि और लिंग आदि को मुफ्त में ऑनलाइन अपडेट करने की सुविधा को 14 जून 2026 तक बढ़ा दिया है। यह सुविधा विशेष रूप से ऑनलाइन पोर्टल (MyAadhaar) पर उपलब्ध है। यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है जिस पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यदि आप आधार सेवा केंद्र या किसी पंजीकृत सहायक केंद्र पर जाकर अपडेट करवाते हैं, तो आपको निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा।
घर बैठे मुफ्त में आधार अपडेट करने की चरण-दर-चरण प्रक्रिया:
आधार में पहचान और पते की जानकारी को ऑनलाइन अपडेट करना बेहद आसान और सुविधाजनक है। इन चरणों का पालन करें:
- UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, अपने वेब ब्राउज़र में https://myaadhaar.uidai.gov.in टाइप करके MyAadhaar पोर्टल पर जाएं।
- लॉगिन करें: पोर्टल पर आपको अपना 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद, आपके आधार से जुड़े रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक वन-टाइम पासवर्ड (OTP) आएगा। OTP भरकर लॉगिन करें।
- ‘Document Update’ सेक्शन चुनें: लॉगिन करने के बाद, आपको डैशबोर्ड पर विभिन्न विकल्पों में से ‘Document Update’ (दस्तावेज़ अपडेट) सेक्शन का चयन करना होगा। यहां आपको स्क्रीन पर आपका मौजूदा आधार विवरण दिखाई देगा। यदि जानकारी में कोई सुधार अपेक्षित है, तो ‘आगे बढ़ें’ पर क्लिक करें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें: इस चरण में, आपको अपनी पहचान (Proof of Identity – PoI) और पते (Proof of Address – PoA) से संबंधित दस्तावेज़ों को स्कैन करके अपलोड करना होगा। सुनिश्चित करें कि दस्तावेज़ स्पष्ट और legible हों। स्वीकार्य दस्तावेज़ों के कुछ उदाहरण:
- पहचान के प्रमाण (PoI) के लिए: पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, सरकारी फोटो आईडी कार्ड।
- पते के प्रमाण (PoA) के लिए: बिजली बिल (3 महीने से अधिक पुराना न हो), पानी का बिल, टेलीफोन बिल, बैंक स्टेटमेंट/पासबुक, राशन कार्ड, किराया समझौता, पासपोर्ट। (नोट: अपलोड किए गए दस्तावेज़ों का आकार 2MB से अधिक नहीं होना चाहिए और वे JPEG, PNG या PDF फॉर्मेट में होने चाहिए।)
- सब्मिट करें और URN नोट करें: सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने और जानकारी की समीक्षा करने के बाद, अपने आवेदन को सबमिट करें। successful सबमिशन पर, आपको एक 14 अंकों का अपडेट रिक्वेस्ट नंबर (URN) प्राप्त होगा। यह URN भविष्य में आपके अपडेट की स्थिति को ट्रैक करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे सुरक्षित स्थान पर नोट कर लें।
आपके आवेदन की प्रक्रिया कुछ दिनों में पूरी हो जाती है, और आप URN का उपयोग करके MyAadhaar पोर्टल पर ही अपने अपडेट की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।
आधार सेवा केंद्र पर शुल्क संरचना:
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, UIDAI ने ऑनलाइन दस्तावेज़ अपडेट को मुफ्त रखा है। हालांकि, यदि आप आधार सेवा केंद्र या किसी पंजीकृत आधार सहायक केंद्र पर जाकर सेवाएं लेते हैं, तो आपको निम्न शुल्क का भुगतान करना होगा:
| सेवा का प्रकार | माध्यम | शुल्क |
|---|---|---|
| पहचान/पता अपडेट (जनसांख्यिकीय) | MyAadhaar पोर्टल (ऑनलाइन) | फ्री |
| पहचान/पता अपडेट (जनसांख्यिकीय) | आधार सेवा केंद्र (ऑफलाइन) | ₹50 |
| बायोमेट्रिक अपडेट (फिंगरप्रिंट/आईरिस) | आधार सेवा केंद्र | ₹100 |
| आधार डाउनलोड/कलर प्रिंट | आधार सेवा केंद्र | ₹30 |
| बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट | आधार सेवा केंद्र | फ्री |
यह शुल्क संरचना पारदर्शिता सुनिश्चित करती है और नागरिकों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार विकल्प प्रदान करती है, हालांकि ऑनलाइन मुफ्त सेवा का लाभ उठाना समय और धन दोनों की बचत करता है।
बच्चों के आधार (बाल आधार) के लिए विशेष नियम:
UIDAI के नियमों के अनुसार, बच्चों के लिए आधार अपडेट के कुछ विशेष चरण निर्धारित किए गए हैं:
- 5 वर्ष की उम्र पर: जब कोई बच्चा 5 वर्ष का हो जाता है, तो उसके बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन) को अपडेट करना अनिवार्य होता है। यह अपडेट निःशुल्क होता है।
- 15 वर्ष की उम्र पर: इसी प्रकार, जब बच्चा 15 वर्ष का हो जाता है, तो उसके बायोमेट्रिक्स को फिर से अपडेट करवाना आवश्यक होता है। यह भी एक निःशुल्क सेवा है।
ये बायोमेट्रिक अपडेट बच्चों के शारीरिक विकास के कारण होने वाले परिवर्तनों को दर्शाते हैं और उनकी पहचान की सटीकता सुनिश्चित करते हैं।
UIDAI द्वारा मुफ्त ऑनलाइन आधार अपडेट की सुविधा को 14 जून 2026 तक बढ़ाना, देश में डिजिटल पहचान के प्रबंधन के प्रति प्राधिकरण की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह न केवल नागरिकों को अपनी जानकारी अद्यतन करने के लिए पर्याप्त समय और सुविधा प्रदान करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि केंद्रीय आधार डेटाबेस उच्च गुणवत्ता और सटीकता बनाए रखे।
एक मजबूत और विश्वसनीय आधार प्रणाली ‘डिजिटल इंडिया’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आधारशिला है। यह निर्णय नागरिकों को अपनी डिजिटल पहचान को सुरक्षित और अद्यतन रखने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे वे विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं का निर्बाध रूप से लाभ उठा सकें। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम डेटा अखंडता को बढ़ावा देगा, धोखाधड़ी को कम करेगा और भारत में डिजिटल शासन को और अधिक कुशल बनाएगा।
इसलिए, यदि आपका आधार कार्ड 10 साल से अधिक पुराना है और आपने उसमें कोई बदलाव नहीं करवाया है, तो यह सुनहरा अवसर है अपनी डिजिटल पहचान को मजबूत करने का। इस निःशुल्क सेवा का लाभ उठाएं और भविष्य में किसी भी असुविधा से बचें।

