रुपिका भटनागर । आज से शारदीय नवरात्र का पर्व शुरू हो रहा है, जो 22 सितंबर से लेकर 1 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। हर वर्ष की तरह, इस बार भी भक्तों की भीड़ माता दुर्गा की आराधना के लिए तैयार है। नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना का विशेष महत्व है, जिसमें शुभ मुहूर्त में कलश स्थापित किया जाता है और मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
नवरात्र एक ऐसा पर्व है जिसने भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान बनाया है। इस दौरान भक्तगण उपवास रखते हैं और अपने आहार में बदलाव करते हैं। ऐसे में, यदि आप वजन कम करने के प्रयास में हैं, तो नवरात्रि व्रत को बिना किसी रुकावट के निभाने के लिए कुछ आवश्यक सुझावों का पालन कर सकते हैं।

‘श्री अन्न’ यानी मिलेट्स का सेवन: एक स्वस्थ विकल्प
व्रत के दौरान ‘श्री अन्न’ यानी मिलेट्स या बाजरे का सेवन करना एक पौष्टिक विकल्प हो सकता है। ये न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हैं। कुट्टू, राजगिरा और सामक चावल जैसे बाजरे ग्लूटेन-फ्री और फाइबर से भरपूर होते हैं। इन्हें खिचड़ी, पुलाव, दलिया या रोटियों के रूप में बनाकर खाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘श्री अन्न’ यानी मिलेट्स को वैश्विक पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई है। उनकी पहल से ही संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में घोषित किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी स्वास्थ्यवर्धक ‘श्री अन्न’ के लाभों के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए नए-नए कदम उठा रहे हैं।
नवरात्रि में ‘श्री अन्न’ खाने के फायदे
- पोषक तत्व: ‘श्री अन्न’ यानी मिलेट्स में आयरन, पोटैशियम, और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो व्रत के दौरान शरीर को ऊर्जा देते हैं और थकान महसूस नहीं होने देते।
- फाइबर युक्त: इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को सुधारती है और कब्ज जैसी समस्याओं से बचाती है।
- ग्लूटेन-फ्री: राजगिरा जैसे बहुत से मिलेट ग्लूटेन-फ्री होते हैं, जो इसे ग्लूटेन से बचने वाले लोगों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
- ऊर्जावान और पेट भरा हुआ: मिलेट्स को कम मात्रा में खाने पर भी वो पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती।
- हृदय के लिए फायदेमंद: इनमें मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, और आयरन व कॉपर रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक होते हैं।
‘श्री अन्न’ से बने व्यंजन
आप नवरात्रि में मिलेट से बने इन व्यंजनों का सेवन कर सकते हैं:
- राजगिरा की पूरी, टिक्की और दलिया
- कुट्टू के डोसे या रोटी
- सामक चावल या बार्नयार्ड मिलेट की खिचड़ी या पुलाव
- फॉक्सटेल मिलेट (कंगनी) का उपयोग करके उपमा
इन व्यंजनों को अपने व्रत के आहार में शामिल करने से न केवल आपके शरीर को ऊर्जा मिलेगी, बल्कि यह आपको नवरात्रि के दौरान स्वस्थ और संतृप्त भी रखेगा।
योग्यता पर ध्यान दें
नवरात्रि का पर्व जहां धार्मिक आस्था से जुड़ा है, वहीं इसका पालन करते समय आपका स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है। व्रत के दौरान मिलेट्स का सेवन एक उत्कृष्ट विकल्प है जो आपको न सिर्फ वजन कम करने में मदद करेगा, बल्कि आपको ऊर्जा से भरा भी रखेगा। तो इस नवरात्रि, अपनी श्रद्धा के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें।
इन आसान सुझावों को फॉलो करके आप नवरात्रि का पर्व मनाते हुए भी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं। पूरे नवरात्र भर देवी दुर्गा के प्रति अपनी भक्ति के साथ मिलेट्स का सेवन कर एक स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन का अनुभव करें।
स्वस्थ रहिए, खुश रहिए और माता रानी की कृपा से अपने व्रत को सरल और संतोषजनक बनाइए।