यमुना प्राधिकरण में 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुई। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देते हुए स्वतंत्रता के लिए दी गई कुर्बानियों का स्मरण किया और इस दिवस का महत्व व्यक्त किया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए हमारे पूर्वजों ने अपार बलिदान दिया है। हमें उनके संघर्ष को याद रखना चाहिए और इसे अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।” उन्होंने आगे प्राधिकरण की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए भविष्य के विकास की कार्य योजनाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर, विशेष कार्यधिकारी शैलेन्द्र भाटिया ने स्वतंत्रता की कहानी को दर्शाते हुए 1757 के प्लासी युद्ध से लेकर 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्राम तक के विभिन्न पड़ावों पर चर्चा की। उन्होंने 1857 से 1947 तक के स्वतंत्रता संग्राम के विविध मोड़ों को भी विस्तार से बताया, जिसने उपस्थित दर्शकों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता के 75 वर्षों में भारत ने स्वास्थ्य, खाद्यान्न, अंतरिक्ष विज्ञान, मानव विकास, निष्पक्ष चुनाव और सफल जनतंत्र, और प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। ये सभी उपलब्धियाँ हमें गर्व करने का मौका देती हैं।”

श्री भाटिया ने जेवर एयरपोर्ट की स्थापना और इसके द्वारा इस क्षेत्र के विकास संभावनाओं पर भी चर्चा की। इसके अलावा, उन्होंने ई.एम.सी. में लगने वाले इलेक्ट्रॉनिक उद्योग और सेमीकंडक्टर यूनिट फॉक्सकॉन की चर्चा की, जो इस क्षेत्र में नई संभावनाएं लाएगी।
महाप्रबंधक वित्त अशोक कुमार सिंह ने मध्यकालीन इतिहास से लेकर आधुनिक भारत तक की यात्रा का संक्षिप्त परिचय दिया। उनका विचार स्वतंत्रता के प्रति हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर केंद्रित था।
स्वतंत्रता दिवस के इस शुभ मौके पर, राकेश कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्कूली बच्चों और शिक्षकों को सम्मानित किया। बच्चों ने झाँकियों, नृत्य, और कविता पाठ जैसे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसने समारोह में चार चाँद लगा दिए।