इंटरनेशनल फिल्म सिटी की 230 एकड़ जमीन का 27 फरवरी को बेव्यू भूटानी फिल्म सिटी प्राइवेट लिमिटेड को भौतिक कब्जा दे दिया । कंपनी के चेयरमैन एवं फिल्म निर्माता बोनी कपूर भौतिक कब्जा लेने अपने सहयोगी और भूटानी ग्रुप के चैरमैन आशीष भूटानी के साथ पहुंचें।
प्रेस वार्ता में बोने कपूर ने बताया कि फिल्मसिटी की तैयारी पूरी कर ली गई है। अगले माह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिल्म सिटी का शिलान्यास कर सकते हैं। नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी दुनिया की सबसे आधुनिक फिल्म सिटी होगी। इस फिल्म सिटी में शॉपिंग सेंटर, फूड कोर्ट व होटल बनाए जाएंगे। इस फिल्म सिटी में पूरी दुनिया की झलक देखने को मिलेगी. वह अपनी फिल्म की शूटिंग भी यही से शुरू करेंगे. इस फिल्म सिटी में शूटिंग देखने आने वाले लोगों के लिए साउंड प्रूफ गैलरी बनाई जाएगी। साथ फिल्म सिटी से उत्तर प्रदेश के टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। जो लोग फिल्म सिटी देखने आएंगे, वही आगरा व अयोध्या सहित अन्य जगहों पर भी जाएंगे।
भूटानी ग्रुप के निदेशक आशीष भूटानी के अनुसार फिल्म सिटी का एक प्रमुख आकर्षण यह होगा कि नोएडा में दुनिया का सबसे बड़ा ‘ऊं’ बनेगा, जो एक करोड़ स्क्वायर फीट क्षेत्र में बनाया जाएगा. दावा किया जा रहा है कि इस ‘ऊं’ का आकार इतना विशाल होगा कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकेगा
आज बहुत बड़ा दिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इंटरनेशनल फिल्म सिटी बनाने का सपना साकार होने जा रहा है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इंटरनेशनल फिल्म सिटी का निर्माण किया जाएगा। इस फिल्म सिटी के लिए फिजिकल पजेशन दे दिया गया है. फिल्म सिटी के शिलान्यास के लिए निर्माणकर्ता कंपनी जल्द ही समय निर्धारित करेगी. यहां पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जल्द ही उड़ाने भी शुरू होने वाली हैं।
डॉ. अरुणवीर सिंह , यीडा के सीईओ
आपको बता दें कि यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 21 में इंटरनेशनल फिल्म सिटी के विकास के लिए बेव्यू भूटानी फिल्म सिटी प्रा. लि. ने 18 प्रतिशत राजस्व हिस्सेदारी की बोली लगाकर निविदा हासिल की थी। फिल्म सिटी का पहला चरण 230 एकड़ में प्रस्तावित है। तीन साल में फिल्म सिटी में शूटिंग व अन्य कार्य शुरू हो जाएंगे 7 वर्ष के अंदर फिल्म सिटी पूरी तरह से फंक्शनल हो जायेगी । कंपनी ने फिल्म सिटी का भूउपयोग प्लान स्वीकृति के लिए यमुना प्राधिकरण को दिया था। जनवरी में यमुना प्राधिकरण ने इसे स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही आंतरिक विकास के लिए मानचित्र तैयार करने के निर्देश दिए थे।