रूपिका भटनागर । जीवन की भाग दौड़ के बीच गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी के रूप में तमाम लोगों से मिलने के बीच मनीष कुमार वर्मा ने अपनी पत्नी अंकिता राज के साथ मिलकर द आर्ट ऑफ एडल्टहुड “Art of Adulthood” के जरिए जीवन की उलझन को सुलझाने का सुंदर प्रयास किया है । ‘द आर्ट ऑफ एडल्टहुड’ का विमोचन गौतम बुध नगर के बुद्धिजीवी पाठकों के लिए आत्म-खोज, विकास और लचीलेपन का उत्सव था, जो उनको वयस्क जीवन की जटिलताओं से निपटने के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है।
शाम की शुरुआत लेखक द्वय मनीष वर्मा (गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी) और अंकिता राज के आकर्षक संबोधन से हुई, जिन्होंने पुस्तक के पीछे की प्रेरणा ओर व्यक्तिगत अंतर्दृष्टि को साझा किया। आत्म-चिंतन, सार्थक संबंध बनाने और संतुलन खोजने जैसे विषयों पर चर्चा करते हुए, द आर्ट ऑफ़ एडल्टहुड ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया और कई गंभीर चर्चाओं को जन्म दिया।
इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र में लोगों ने की चर्चा
कार्यक्रम में एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों ने वयस्कता की वास्तविक दुनिया की चुनौतियों पर चर्चा की तथा बताया कि पुस्तक की अंतर्दृष्टि को दैनिक जीवन में कैसे लागू किया जा सकता है।
सत्र के बाद अतिथि द आर्ट ऑफ़ एडल्टहुड की हस्ताक्षरित प्रतियों के साथ साथ जीवन के बदलावों को अपनाने के बारे में एक नए दृष्टिकोण के साथ भी विदा हुए।