रूपिका भटनागर । भाद्रपद(भादो ) का माह 20 अगस्त से शुरू हो रहा है और 18 सितंबर को समाप्त होगा। पंचांग के अनुसार भाद्रपद छठा माह होता है। इसकी शुरुआत सावन के समापन के बाद से होती है। यह माह देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अधिक शुभ माना जाता है। भादो में भगवान शिव की पूजा के साथ ही, श्रीकृष्ण, विष्णु भगवान और गणेश जी की पूजा का भी बनड़ा महत्व है। सावन के बाद आने वाले इस माह में कौन-कौन से मुख्य व्रत-त्योहार आने वाले हैं इसकी चिंता सभी को होगी । आपकी इसी चिंता को हम दूर करेंगे आज के इस लेख में ।
भाद्रपद माह का महत्त्व
धार्मिक मान्यता है कि इस माह में भगवान शिव के पुत्र गणेश जी और भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लिया था। ऐसी मान्यता है कि भाद्रपद के माह में गणेश जी और भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा करने से जातक को सभी कष्ट और दुखों से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा भाद्रपद में जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा का भी विशेष महत्व है। इस माह किए गए दान पुण्य से जीवन में सुख-समृद्धि आती है साथ ही आपको धन-वैभव की भी प्राप्ति होती है। माना जाता है कि इस माह अगर आप गीता, रामायण जैसी पुस्तकों का अध्ययन करते हैं तो आपको मानसिक बल और विवेक की प्राप्ति होती है।
भाद्रपद माह के नियम
- इस माह में सुबह स्नान करने के बाद श्रीहरि, भगवान श्रीकृष्ण, भगवान शिव और माता पार्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें।
- इसके अलावा श्रद्धा अनुसार लोगों में दान करना चाहिए।
- पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ माना जाता है।
- किसी व्यक्ति से लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए।
- घर के बड़े बुर्जुगों और महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए।
- किसी भी पशु-पक्षी को परेशान न करें।
भाद्रपद माह के त्यौहार
- भाद्रपद महीने की शुरुआत 20 अगस्त 2024 को होगी
- कजरी तीज, हेरंब संकष्टी चतुर्थी- 22 अगस्त 2024
- बलराम जयंती- 24 अगस्त 2024
- भानु सप्तमी- 25 अगस्त 2024
- कृष्ण जन्माष्टमी- 26 अगस्त 2024
- दही हांडी- 27 अगस्त 2024
- अजा एकादशी- 29 अगस्त 2024
- प्रदोष व्रत- 31 अगस्त 2024
- भाद्रपद अमावस्या – 2 सितंबर 2024
- हरतालिका तीज, वराह जयंती- 6 सितंबर 2024
- गणेश चतुर्थी- 7 सितंबर 2024
- ऋषि पंचमी- 8 सितंबर 2024
- ललिता सप्तमी- 10 सितंबर 2024
- महालक्ष्मी व्रत आरंभ, राधा अष्टमी- 11 सितंबर 2024
- परिवर्तिनी एकादशी- 14 सितंबर 2024
- प्रदोष व्रत, वामन जयंती- 15 सितंबर 2024
- विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति- 16 सितंबर 2024
- अनंत चतुर्दशी, पूर्णिमा श्राद्ध, गणेश विसर्जन, – 17 सितंबर 2024 मंगलवार
- पितृ पक्ष प्रारंभ, आंशिक चंद्र ग्रहण- 18 सितंबर 2024 बुधवार