विवेक शुक्ला, नई दिल्ली। जरा सोचिए कि अगर भारत के स्कूल के बच्चों को ब्रिटेन से आईं टीचर पढ़ाएं तो कैसा रहे। यही हुआ कुछ दिनों के लिए दिल्ली-सोनीपत सीमा पर स्थित सेंट स्टीफंस कैम्ब्रिज स्कूल में। वहां पर ब्रिटेन से आईं दो टीचर- मेघन और लिलि ने जूनियर क्लासेज के बच्चों के साथ वक्त गुजारा और उन्हें इंग्लिश, मैथ्स और दूसरे सब्जेक्ट्स पढ़ाए। मेघन और लिलि दोनों के लिए यह यादगार अनुभव रहा। मेघन ने बताया कि सेंट स्टीफंस कैम्ब्रिज स्कूल के बच्चे बहुत स्मार्ट हैं और उनमें सीखने की काफी लगन है।
सेंट स्टीफंस कैम्ब्रिज स्कूल में मेघन और लिलि की क्लासेस आयोजित करने का श्रेय दिल्ली ब्रदरहुड सोसायटी (डीबीएस) से जुड़े हुए शिक्षाविद्द ब्रदर सोलोमन जॉर्ज को जाता है। वे इस स्कूल की स्थापना से शुरू से जुड़े हुए हैं। ब्रदर जॉर्ज कहते हैं कि हम अपने स्कूल में पढ़ाई इस तरह से करवाने का इरादा रखते हैं ताकि बच्चों को आनंद आए। वे स्कूल आने से कतराए नहीं।
मेघन और लिलि का कहना था कि हम सीनियर क्लासेज के बच्चों से कहते हैं कि वे किताबों को पढ़ते समय अपने उत्साह को बनाए रखने के लिए हल्की आवाज में म्यूजिक सुन सकते हैं। कुछ लोगों के लिए, शास्त्रीय संगीत शांत और प्रेरित करने में मदद करता है। कुछ बच्चों को पढ़ाई से कुछ समय का ब्रेक लेने के दौरान कोई मजेदार वीडियो गेम खेलना अच्छा लग सकता है।
बता दें कि जिस दिल्ली ब्रदरहुड सोसाइटी (डीबीएस) ने दिल्ली में सेंट स्टीफंस कॉलेज की स्थापना की थी वही सेंट स्टीफंस कैम्ब्रिज स्कूल भी चलाती है।